मोहब्बत के बीच पनाह लेती
फिल्म देढ इश्क़िया के डायलॉग्स लाज़वाब हैं फिल्म की कहानी को लोगों के दिलों में
बहुत ही अच्छी तरह से उतारने का प्रयास किया गया है
Mohbbat Ke Beech Panaah
Leti Film Dedh Ishqiya Ke Dialogues Laajwaab Hain Film Ki Kahani Ko Logo Ke
Dilo Me Bahut Hi Achhi Tarah Utaarne Ka Pryaas Kiya Gaya Hai…
माधुरी दिक्षित - बेगम
फूज़मा
अर्शद वारसी - रज्जाक हुसैन
(बब्बन)
नसिरूद्दीन शाह - इफ्तेखार
उमा क़ुरैशी - फूज़ी
विजय राज - जान मोहम्मद
सात मुकाम होते हैं इश्क़
में... दिलकशी, उंस, मोहब्बत, अक़ीदत, इबादत, जुनून और मौत - नसिरूद्दीन शाह
Saat Mukaam Hote Hain
Ishq Me… Dilkashi, Uns, Mohbbat, Akidat, Ibadat, Junoon Aur Maut - Nasiruddin
Shah
ये दिल की लक़ीर है जगह जगह
कटी हुई... इश्क़ में बहुत चोटें खाई हैं आपने - माधुरी दीक्षित
Ye Dil Ki Lakir Hai Jagah
Jagah Kati Hu… Ishq Me Bahut Chote Khaai Hain Aapne… - Madhuri Dixit
हमारा नाम जान है...
पारा... जान, आपके लिए जान दे भी सकते हैं और ले भी - विजय राज
Hamara Naam Jaan Hai…
Para… Jaan, Aapke Liye Jaan De Bhi Sakte hain Aur Le Bhi - Vijay Raj
पहले भी देखा है इश्क़ में
अंधा बावला होते हुए... पर चु**या पहली बार देख रया हूँ मैं - अरशद वारसी
Pahle Bhi Dekha Hai Ishq
Me Andha Baawla Hote Huye… Par Chu**Ya Pahli Baar Dekh Rahaa Hoon… - Aeshad
Warsi
वही ताज है, वही तख्त है, वही ज़हर है वही ज़ाम है...
ये वही खुदा की ज़मीन है... ये वही भूतों का निज़ाम है... बडे शौंक से मेरा घर जला, कोई आंच तुझपे ना आयेगी -
विजय राज
Wohi Taaj Hai, Wohi Takht
Hai, Wohi Jahar Hai Wohi Jaam Hai… Ye Wohi Khuda Ki Zameen Hai… Ye Wohi Bhooto
Ka Nizaam Hai… Bade Shaunkh Se Mera Ghar Jalaa, Koi Aanch Tujh Pe Na Aayegi… -
Vijay Raj
यहाँ लिबाज़ की कीमत है, आदमी की नही... मुझे गिलास
बडा दे शराब कम कर दे - विजय राज
Yahaan Luibaaj Ki Keemat
Hai, Aadmi Ki Nahi… Mujhe Gilaas Badaa De Sharaab Kam Kar De… - Vijay Raj
वादा तो फिर वादा है, मैं ज़हर भी पी जांऊ
कातिल... शर्त बस इतनी है कोई बाहों में समा ले मुझको - विजय राज
Vada Toh For Vada Hai,
Main Jahar Bhi Pi Jaau Kaatil… Shart Bas Itni Hai Koi Baaho Me Samaa Le Mujhko
- Vijay Raj
जब मैंने उसे खास निगाह ए
नाज़ से देखा... आइना फिर उसने नए अंदाज़ से देखा...
Jab Maine Usse Khas
Nigaah-e-Naaz Se Dekha… Aaina Fir Ussne Naye Andaaz Se Dekha…
तेरे वादे पे ज़िए हम तो ये
जान छूट जाना, कि खुशी से मर ना जाते अगर एतबार होता - नसिरूद्दीन शाह
Tere Vaade Pe Jiye Hum
Toh Ye Jaan Chhot Jana, Ki Khushi Se Mar Na Jaate Agar Etbaar Hota…
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